ताज़ा खबर

जम्मू और कश्मीर

मैप पर क्लिक कर जानें अपने राज्य की डिटेल्स

तीखे बयान

  • जनसंख्या: 1158040
  • पुरुष: 637103
  • महिला: 520937
  • लोकसभा सीटें: 6
  • राजधानी: श्रीनगर
  • चरण-1 (मतदान दर) : 54.49
  • चरण-2 (मतदान दर) : 45.50
  • चरण-3 (मतदान दर) : 12.86
  • चरण-4 (मतदान दर) : 9.79
  • चरण-5 (मतदान दर) : 19.55

जम्मू-कश्मीर की कहानी सैकड़ों साल पुरानी है। इसका गौरवशाली इतिहास जम्मू-कश्मीर की पहचान है। इस राज्य की राजनीतिक स्थिति में भारी बदलाव करते हुए भारतीय संसद ने 31 अक्तूबर 2019 को विधानसभा सहित केंद्रशासित प्रदेश बना दिया।

जम्मू-कश्मीर की कहानी सैकड़ों साल पुरानी है। इसका गौरवशाली इतिहास जम्मू-कश्मीर की पहचान है। लेकिन देश की आजादी के बाद साल 1947 के बाद जम्मू-कश्मीर के गौरवशाली इतिहास पर आतंक की ऐसी लकीर खींची गई, जिससे उसका पूरा स्वरूप हमेशा के लिए बदल गया। हांलाकि देश की आजादी के 72 साल बाद जम्मू-कश्मीर के आतंकी इतिहास को बदलने के लिए फिर से नया इतिहास रचा गया। देश के आजाद होने के बाद जम्मू-कश्मीर के शासकों ने भारत के साथ इस राज्य को विलय नहीं किया। जिसके बाद पाकिस्तान ने कबालयी लड़ाकों की मदद से राज्य पर हमला कर दिया।

जम्मू और कश्मीर ताज़ा आलेख